हज़रत इमामे हसन व इमामे हुसैन मेरे दो फूल हैं:मौलाना राहत अली बरकाती




कानपुर  इजलास डा.सैयद गुलाम मुहीउद्दीन हाशमी अलैहिर्रहमा का क़ायम शुदा 106 वॉ दस रोज़ा क़दीमी इजलास बयादगार-ए-शहीदे आज़म का जलसा हाशमी मेडिकल हाल चमनगंज मे हुआ शबे आशूरा मे खिताब फरमाने के लिए बहराईच शरीफ से आए हज़रत मौलाना राहत अली बरकाती ने खिताब फरमाते हुए कहा कि पैगम्बरे इस्लाम ने फरमाया कि हजरत इमामे हसन और हजरत इमामे हुसैन रजि अल्लाहु अन्हुम मेरे दो फूल हैं हजरते अली रजि अल्लाहु अन्हु जंगे सिफ्फीन के मौके पर कर्बला से गुजर रहे थे कि रूक गए और इस जमीन का नाम पूछा लोगो ने बताया इस जमीन का नाम कर्बला है कर्बला का नाम सुनते ही इतना रोए कि जमीन अॉसूओं से तर हो गई फिर फरमाया कि मै पैगम्बरे इस्लाम की खिदमत मे हाजिर हुआ तो देखा कि आप रो रहे हैं मैने पूछा या रसूलल्लाह आप क्यों रो रहे है? फरमाया अभी मेरे पास जिबरील आए थे उन्होने मुझे खबर दी कि मेरा बेटा हुसैन दरिया-ए-फरात कि किनारे उस जगह पर शहीद किया जाएगा जिसको कर्बला कहते हैं लखनऊ  से आए हजरत अल्लमा मुफ्ती शेर मोहम्मद बरकाती ने शहादत बयान करते हुए कहा कि पैगम्बरे इस्लाम के सामने हजरत इमामे हसन और हजरत इमामे हुसैन रजि अल्लाहु अन्हुम एक दूसरे से कश्ती लड़ रहे हैं और हुजूर हैठे हुए देख रहे है तो हजरत हसन से हुजूर ने फरमाया हुसैन को पकड़ लो हजरत फात्मा जहरा रजि अल्लाहु अन्हा ने जब यह सुना तो उन्हे बड़ा ताज्जुब हुआ और अर्ज किया अब्बा जान आप बड़े से फरमा रहे कि छोटे को पकड़ लो पैगम्बरे इस्लाम ने फरमाया दूसरी तरफ जिबरील हुसैन से कह रहे है कि हुसैन को पकड़ लो हसनैन करीमैन का वह मुकाम है हज़रत जिबरील अलैहिस्सलाम आकर उनके बीच कश्ती लड़ा रहे हैं    जलसे को हज़रत मौलाना क़ारी मोहम्मद क़ासिम हबीबी बरकाती ने भी शहादते इमामे हुसैन बयान किया जलसे की सदारत डा.सैयद सुल्तान हाशमी और निज़ामत मौलाना मोहम्मद इसरार बक़ाई ने की इससे पहले जलसे का आगाज़ तिलावते क़ुरआन पाक से कारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने किया गया जनाब सैयद तारिक इकबाल हाशमी,हाफिज़ अरशद मोईन चिश्ती,सैयद सुफियान हाशमी,हाफिज़ अलीम और रईस अहमद ने बारगाहे इमामे आली मकाम मे नात व मनक़बद का नज़राना पेश किया जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ गुलामाने इमामे आली मकाम ने आए हुए मेहमानो के लिए शीरनी,शर्बत,चाय की सबील का एहतिमाम अलग अलग मकाम पर किया जलसे के मीडिया इंचार्ज हाफिज़ सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने बताया कि आशूरा को सबह 11 बजे से तबर्रूकात की जियारत कराई जाएगी इस मौके पर डा. सैयद इक़बाल हाशमी,डा.सैयद आफताब हाशमी,डा.सैयद खुर्शीद हाशमी,डा. सैयद फिरोज हाशमी,डा. सैयद वसीम हाशमी,सैयद निहाल हाशमी,सैयद आसिफ इकबाल हाशमी,सैयद खालिद हसन (नवाब),सैयद साबिर अली हाशमी,डा.सैयद मोईन उद्दीन हाशमी,सैयद उसामा हाशमी,सैयद अली हाशमी,सैयद उबैदुर्रहमान हाशमी,सैयद अली अहमद हाशमी आदि लोग मौजूद थे!